तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
तन्हाईयां सुकून देंगी तुम मिज़ाज बिंदास रखना,
प्यार ख़ुद से ज्यादा तो गैरों से लगाव कम रखना!!
हो न हो खुशियां तमाम बस आंखों में हया रखना,
क़रीब फूलों के कांटे भी होंगे ये भी ख़याल रखना!!
दिल की दास्तां बयां करेंगी, तुम्हारी फ़िक्र-ए-नज़र,
जुबां पे मुस्कुराहट तो अपने होठों पर गुलाब रखना!!
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”