Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2020 · 1 min read

तनहा इंसान

मुस्कुराता चेहरा ही तो, देख पाते हैं लोग।
दर्द कितना है दिल में ,ये कहां जान पाते हैं लोग।।
तू खुश मिजाज हैं,हंसमुख है,बस यही जान पाते हैं लोग ।
तू अंदर से कितना टूटा हुआ है , इससे कहां रूबरू हो पाते हैं लोग।।
तेरी शोहरत को देख लेते हैं लोग।
तेरे खालीपन को कहांं देख पाते हैं लोग।।
चाहत थी, कोई हमनवांं ऐसा मिले,
जिससे तन्हाई अपनी बाँटू।
पर और तनहा कर जाते हैं लोग ।।
आज जब नहीं हूं इस जहां में, तो मेरी तन्हाईयों को बांटने की बात करते हैं लोग।
जब था, तो अपनी महफिल में भी बुलाने से कतराते थे लोग।।
मुस्कुराता चेहरा ही तो देख पाते हैं लोग।
दर्द कितना है दिल में कहां जान पाते हैं लोग।।

Language: Hindi
5 Likes · 6 Comments · 500 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गज़ल (राखी)
गज़ल (राखी)
umesh mehra
2451.पूर्णिका
2451.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
इंतजार करते रहे हम उनके  एक दीदार के लिए ।
इंतजार करते रहे हम उनके एक दीदार के लिए ।
Yogendra Chaturwedi
फूल कुदरत का उपहार
फूल कुदरत का उपहार
Harish Chandra Pande
"किसे कहूँ मालिक?"
Dr. Kishan tandon kranti
मोहन कृष्ण मुरारी
मोहन कृष्ण मुरारी
Mamta Rani
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
सच्चे प्रेम का कोई विकल्प नहीं होता.
शेखर सिंह
नींद आने की
नींद आने की
हिमांशु Kulshrestha
* प्रेम पथ पर *
* प्रेम पथ पर *
surenderpal vaidya
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
दिल की दहलीज़ पर जब कदम पड़े तेरे ।
Phool gufran
खोया है हरेक इंसान
खोया है हरेक इंसान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
जीतेंगे हम, हारेगा कोरोना
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मिस्टर मुंगेरी को
मिस्टर मुंगेरी को
*Author प्रणय प्रभात*
मालपुआ
मालपुआ
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
इतना गुरुर न किया कर
इतना गुरुर न किया कर
Keshav kishor Kumar
शायरी
शायरी
goutam shaw
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
जब तुम उसको नहीं पसन्द तो
gurudeenverma198
सृष्टि रचेता
सृष्टि रचेता
RAKESH RAKESH
आईने में अगर
आईने में अगर
Dr fauzia Naseem shad
इस दुनिया में दोस्त हीं एक ऐसा विकल्प है जिसका कोई विकल्प नह
इस दुनिया में दोस्त हीं एक ऐसा विकल्प है जिसका कोई विकल्प नह
Shweta Soni
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
टेसू के वो फूल कविताएं बन गये ....
Kshma Urmila
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
मैं हूँ के मैं अब खुद अपने ही दस्तरस में नहीं हूँ
'अशांत' शेखर
पानीपुरी (व्यंग्य)
पानीपुरी (व्यंग्य)
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
Y
Y
Rituraj shivem verma
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
पंक्षी पिंजरों में पहुँच, दिखते अधिक प्रसन्न ।
Arvind trivedi
*प्रेम कविताएं*
*प्रेम कविताएं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
क्रिसमस से नये साल तक धूम
क्रिसमस से नये साल तक धूम
Neeraj Agarwal
ताजा भोजन जो मिला, समझो है वरदान (कुंडलिया)
ताजा भोजन जो मिला, समझो है वरदान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
Loading...