‘तकलीफ’, नाकामयाबी सी
‘तकलीफ’, नाकामयाबी सी
कुछ जानी पहचानी, कुछ अनजानी सी,
कभी धूप, छांव, कभी बहते पानी सी ।
जनाब, बिना कहे, बिना सहे, ताउम्र ही रहती है,
तकलीफ’ मोहब्बत में नाकामयाबी सी ।।
सीमा टेलर ‘तू है ना’ (छिम़पीयान लम्बोर)
‘तकलीफ’, नाकामयाबी सी
कुछ जानी पहचानी, कुछ अनजानी सी,
कभी धूप, छांव, कभी बहते पानी सी ।
जनाब, बिना कहे, बिना सहे, ताउम्र ही रहती है,
तकलीफ’ मोहब्बत में नाकामयाबी सी ।।
सीमा टेलर ‘तू है ना’ (छिम़पीयान लम्बोर)