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30 Oct 2024 · 1 min read

ढोल पीटते हो स्वांग रचाकर।

ढोल पीटते हो स्वांग रचाकर।
खूब रिझाते हो नाच दिखाकर।।
इतराते हो जो समय तुम्हारा है,
कोई लूटेगा आँख लड़ाकर।।

— ननकी 30/10/2024

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