Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Jun 2023 · 1 min read

ढूंढ लो बुराइयां कुछ और दिन

न जाने किस बात से बेवजह डरता रहा हूं मैं
जीने के साथ-साथ,थोड़ा-थोड़ा मरता रहा हूं मैं
क्या और कहां है मेरी मंजिल नहीं मालूम मुझको
खुद की ही तलाश में अक्सर सफ़र करता रहा हूं मैं
नज़र आए तो ढूंढ लो बुराइयां कुछ और दिन
वक्त के साथ थोड़ा-थोड़ा निखरता रहा हूं मैं
आज नहीं तो कल हासिल हो जाएगी मंजिल
थककर भी रफ़्ता-रफ़्ता जो चलता रहा हूं मैं।।

1 Like · 93 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
वो तो एक पहेली हैं
वो तो एक पहेली हैं
Dr. Mahesh Kumawat
"अवध में राम आये हैं"
Ekta chitrangini
जहां ज़रूरी हो
जहां ज़रूरी हो
Dr fauzia Naseem shad
हिजरत - चार मिसरे
हिजरत - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
वारिस हुई
वारिस हुई
Dinesh Kumar Gangwar
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
गीत- चले आओ मिले तुमसे...
आर.एस. 'प्रीतम'
बाकी है...!!
बाकी है...!!
Srishty Bansal
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
रात भी तन्हाई भरी काटना ऐ मेरे दोस्त,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
बूंद बूंद में प्यास है, बूंद बूंद में आस।
Suryakant Dwivedi
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
हिन्दी ग़ज़ल के कथ्य का सत्य +रमेशराज
कवि रमेशराज
2707.*पूर्णिका*
2707.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
पानी में हीं चाँद बुला
पानी में हीं चाँद बुला
Shweta Soni
शेर
शेर
SHAMA PARVEEN
जीवन मंथन
जीवन मंथन
Satya Prakash Sharma
17रिश्तें
17रिश्तें
Dr .Shweta sood 'Madhu'
"आज की कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
फिर से जिंदगी ने उलाहना दिया ,
Manju sagar
About your heart
About your heart
Bidyadhar Mantry
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
दो वक्त के निवाले ने मजदूर बना दिया
VINOD CHAUHAN
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
मेरी भी कहानी कुछ अजीब है....!
singh kunwar sarvendra vikram
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
मानव जब जब जोड़ लगाता है पत्थर पानी जाता है ...
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मोहब्बत एक अरसे से जो मैंने तुमसे की
मोहब्बत एक अरसे से जो मैंने तुमसे की
Ankita Patel
शीर्षक – फूलों सा महकना
शीर्षक – फूलों सा महकना
Sonam Puneet Dubey
*ट्रस्टीशिप : सनातन वैराग्य दर्शन का कालजयी विचार*
*ट्रस्टीशिप : सनातन वैराग्य दर्शन का कालजयी विचार*
Ravi Prakash
होलिका दहन
होलिका दहन
Bodhisatva kastooriya
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
खर्च हो रही है ज़िन्दगी।
Taj Mohammad
🙅ताज़ा सलाह🙅
🙅ताज़ा सलाह🙅
*प्रणय प्रभात*
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
सजा दे ना आंगन फूल से रे माली
Basant Bhagawan Roy
नारी अस्मिता
नारी अस्मिता
Shyam Sundar Subramanian
Loading...