डोल डोल मत डोल —- गीत
छोड़ दे भीड़ के रेले, सुन ओ मानव अलबेले।
खेल समय ने खेले, कहीं छूट न जाए मेले।
डोल डोल मत डोल,तेरा जीवन है अनमोल।।
दूर दूर ही रहना कहना सबसे कहना।
न अकड़ अकड़ कर रहना, ओ भाई मेरी बहना।
खोल जबां को खोल,बोल प्रीत के बोल।
डोल डोल मत डोल,तेरा जीवन है अनमोल।।
भाव ह्रदय में भरना, संयम धीरज धरना।
नहीं किसी से लड़ना ,काम न ऐसा करना।
न उड़ा किसी का मखौल, जबां पे मिश्री घोल।
डोल डोल मत डोल,तेरा जीवन है अनमोल।।
राजेश व्यास अनुनय