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10 May 2024 · 1 min read

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
वैदिक ज्ञान ही सम्पूर्ण ज्ञान है – यह जन्म जात सभी को प्राप्त होता रहता है – बस शर्त यही के इसकी अनुपालना भोजन के समान कम कम 3 समय तो नितांत आवश्यक – क्या है ये ज्ञान – 1 सहजता 2 सरलता अर्थात अबोधिता 3 सादगी और 4 स्वीकार्यता — सहजता अर्थात प्रकृति में जो कुछ भी है प्राप्त है उसे उस स्वरूप में ही स्वीकार कर लीजिए ।
सरलता अर्थात अबोधिता से तात्पर्य है कि अपने व्यवहार को शिशु के समान सरल अबोध बनाएँ । सादगी का भाव है.. यथेष्ट आडंबर से बचिए सादा रहना सादा गृहण करना । और स्वीकार्यता – का भाव ये है कि जीवन की तमाम उठा पटक को स्वीकार कर लेना उस के प्रति कोई प्रति क्रिया न देना ।

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