Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Oct 2021 · 1 min read

डॉक्टर (बाल कविता)

बाल कविता : डॉक्टर
××××××××××××××××××××××××
काम हमारे आते डॉक्टर
सारे रोग भगाते डॉक्टर (1)

जब पड़ते बीमार कभी तो
हमको दवा सुझाते डॉक्टर(2)

कहने को तो यह मनुष्य हैं
पर ईश्वर कहलाते डॉक्टर(3)

इन्हें रात – दिन चैन कहाँ है
भागम – भाग लगाते डॉक्टर(4)

जब रोगी निरोग हो जाता
मन ही मन मुस्काते डॉक्टर(5)

जिनकी डिग्री झूठी है वह
मूरख सिर्फ बनाते डॉक्टर(6)
************************
रचयिता: रवि प्रकाश, रामपुर

237 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
!..............!
!..............!
शेखर सिंह
हर खतरे से पुत्र को,
हर खतरे से पुत्र को,
sushil sarna
खाओ जलेबी
खाओ जलेबी
surenderpal vaidya
सादगी मशहूर है हमारी,
सादगी मशहूर है हमारी,
Vishal babu (vishu)
सृष्टि
सृष्टि
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विकटता और मित्रता
विकटता और मित्रता
Astuti Kumari
कामयाब लोग,
कामयाब लोग,
नेताम आर सी
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
*रक्षक है जनतंत्र का, छोटा-सा अखबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
भाग दौड़ की जिंदगी में अवकाश नहीं है ,
Seema gupta,Alwar
"जी लो जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
सुनो रे सुनो तुम यह मतदाताओं
gurudeenverma198
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
मुट्ठी में आकाश ले, चल सूरज की ओर।
Suryakant Dwivedi
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
ना होंगे परस्त हौसले मेरे,
Sunil Maheshwari
गुरु दक्षिणा
गुरु दक्षिणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
झूठी साबित हुई कहावत।
झूठी साबित हुई कहावत।
*प्रणय प्रभात*
Tumhe Pakar Jane Kya Kya Socha Tha
Tumhe Pakar Jane Kya Kya Socha Tha
Kumar lalit
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
हिन्दुत्व_एक सिंहावलोकन
मनोज कर्ण
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
अरमान
अरमान
Neeraj Agarwal
कोशिश
कोशिश
Dr fauzia Naseem shad
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
माँ में दोस्त मिल जाती है बिना ढूंढे ही
ruby kumari
जीवन संग्राम के पल
जीवन संग्राम के पल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
तुम्हे याद किये बिना सो जाऊ
तुम्हे याद किये बिना सो जाऊ
The_dk_poetry
जो बिकता है!
जो बिकता है!
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जोशीला
जोशीला
RAKESH RAKESH
3429⚘ *पूर्णिका* ⚘
3429⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
फागुन (मतगयंद सवैया छंद)
संजीव शुक्ल 'सचिन'
जवाब दो हम सवाल देंगे।
जवाब दो हम सवाल देंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...