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10 Feb 2024 · 3 min read

*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*

डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात
_________________________
( लेखक: रवि प्रकाश , बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451)
_________________________
भला डॉक्टर किशोरी लाल जी से भेंट का अवसर कौन खोएगा ! 8 फरवरी 2024 बृहस्पतिवार को दोपहर पौने तीन बजे आपका फोन आया- “रवि जी, तीन बजे तक आ जाइए।”
मैं तीन बजे तक पहुंच गया। कृष्णा देवी डालनिया नेत्र चिकित्सालय में नगर पालिका परिषद, रामपुर की अध्यक्ष श्रीमती सना खानम और उनके पति श्री मामून शाह खान को धन्यवाद अर्पित किया जाना था। आपके सौजन्य से नगर पालिका परिषद में डालमिया अस्पताल में नेत्रों का निशुल्क कैंप लगाया गया था।

जब मैं पहुंचा तो एक कक्ष में डॉक्टर साहब उपस्थित थे। चार-छह लोग भी बैठे थे। मेरा परिचय कराने लगे-” यह रवि प्रकाश हैं। सुंदरलाल इंटर कॉलेज के मैनेजर हैं। इनके पिताजी ने साठ-सत्तर साल पहले सुंदरलाल खोला था। मालिक समझिए।”
सुंदरलाल इंटर कॉलेज का नाम सुनकर वहॉं उपस्थित एक महानुभाव श्री इकबाल सिंह की ऑंखों में चमक आ गई। कहने लगे-” मैं भी सुंदरलाल इंटर कॉलेज का पढ़ा हुआ हूॅं। मेरा एडमिशन नहीं हो रहा था। तब मैं चूने वाले फाटक में राम किशोर जी जिनकी दुकान है उनको साथ लेकर राम प्रकाश जी के पास गया था। रामकिशोर जी को देखकर उन्होंने तत्काल प्रिंसिपल साहब के नाम एक चिट्ठी लिखी और जब हमने वह चिट्ठी स्कूल में ले जाकर प्रिंसिपल साहब को दी तो उन्होंने उसी समय हमारा एडमीशन कर दिया। ”
महानुभाव के कहने का आशय था कि उस समय सुंदरलाल इंटर कॉलेज में प्रवेश आसान नहीं था तथा राम प्रकाश जी संबंधों को निभाने वाले व्यक्ति थे। रामकिशोर जी की दुकान चूने वाले फाटक में ‘रामकुमार जगदीश सरन’ फर्म के नाम से प्रसिद्ध है। कूॅंचा परमेश्वरी दास (निकट बाजार सर्राफा) में आपका निवास था।

कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य के अनुरूप समारोह में डॉक्टर किशोरी लाल जी ने अत्यंत विनम्रता पूर्वक नगर पालिका परिषद को धन्यवाद दिया, जो प्रतिवर्ष तीन लाख रुपए डालमिया नेत्र चिकित्सालय को देते हैं। इसी क्रम में पिछले दस दिन से नगर पालिका परिषद में निःशुल्क नेत्र शिविर लगा हुआ था। जिसका आज समापन हुआ। इस शिविर में रोगियों का नेत्र परीक्षण हुआ। उन्हें चश्मे दिए गए। निःशुल्क मोतियाबिंद के ऑपरेशन भी हुए।
डॉ किशोरी लाल ने कहा कि जब डालमिया अस्पताल की शुरुआत हुई, तब एक छोटा-सा कमरा था और उसी में बैठकर मरीजों को देखा जाता था तथा दवाइयॉं आदि दी जाती थीं ।शुरुआती दौर में भी हम गॉंव में कैंप लगाने के लिए अवश्य जाते थे। उस समय बैलगाड़ियों से भी हम गॉंव में कैंप लगाने के लिए गए। जब जैसी सुविधा मिली, उसी का प्रयोग कर लिया।
आज आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीबों का निशुल्क इलाज होता है। इसमें विशेषता यह है कि ऑपरेशन में जो लेंस हम डालते हैं, उसकी क्वालिटी बढ़िया होती है। अच्छे लेंस के लिए किसी को अतिरिक्त धनराशि खर्च नहीं करनी पड़ती है। हम मरीजों को बता देते हैं कि नियमों के अंतर्गत ही आपको अच्छा लेंस उपलब्ध हो रहा है।”
डॉ किशोरी लाल जी ने भावुक होते हुए यह भी बताया कि इतना लंबा समय उन्हें ऑंखों के इलाज करते हो गया है कि अब बहुत से मरीज आते हैं और कहते हैं कि उनके माता-पिता की ऑंखों का ऑपरेशन भी आपने किया था। कई मरीज तो अपने दादा-दादी के ऑपरेशन तक उनके द्वारा किए जाने का उल्लेख करते हैं, और कहते हैं कि हमें आप पर विश्वास है। इसलिए अब हम आपसे अपना ऑंखों का ऑपरेशन कराने के लिए आए हैं। तब मैं उनसे कहता हूं कि आपका ऑपरेशन मेरा बेटा करेगा।
यह डॉक्टर किशोरी लाल जी की अतिशय आत्मीयता है कि उन्होंने मुझे मंच पर बिठाने का गौरव प्रदान किया तथा नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती सना खानम के हाथों शाल ओढ़ाकर सम्मानित कराया। श्री इकबाल सिंह से गुलदस्ता भी भेंट कराया। डॉक्टर किशोरी लाल का हृदय से आभार।

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