डेक्सटर मेरे साथी
जिंदगी में जब अंधेरा था
तुम आये तो रोशनी लाये,
सुख का साथी तो हर कोई बना
तुम दुःख में देवदूत बन आये,
अपने संग खुशियाँ हजार लाये,
दोस्त बने बने हमराही
बने हमारे तुम साथी
आदत बन गये तुम हमारी
एक दिन अचानक ही तेरा साथ छूट गया
मेरे घर का चहेता तारा बन टूट गया
अब बस तेरी याद छायी है
हर पल बस तेरी ही यादें छायीं है
खिल के फूल जब तुम मुस्कुराओ
प्यारे डेक्सटर तुम बहुत याद आओगे ।।।