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24 Aug 2024 · 1 min read

डायरी में शायरी…

खाश बहुत वो लोग समझना, पढ़लें चेहरा जो आपका।
मित्र उन्हीं को सिर्फ़ बनाना, रिश्ता गहरा हो आपका।।//1

मीठी बातें करनेवाले, बहुत मिलेंगे हँस राह में।
मगर न भूले से भी ‘प्रीतम’, रहना मत उनकी चाह में।।//2

मेरे आँसू बहे देखकर, इसलिए हँसे संसार है।
क्योंकि मेरा दुख ही उनकी, सब ख़ुशियों का आधार है।।//3

दर्द माँजता आया दिल को, भूल निराशा से प्यार तू।
सोच बड़ा कुछ करने का अब, ले रहा नया आकार तू।।//4

बुरा किसी का मत मान ज़रा, मान सिर्फ़ इक उपकार तू।
वो अपनी फ़ितरत दिखा रहा, दिखा स्वयं का व्यवहार तू।।//5

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 48 Views
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