डाक्टर भी नहीं दवा देंगे।
ग़ज़ल
2122…..1212…..22
डाक्टर भी नहीं दवा देंगे।
हम तो दिल से तुम्हें दुआ देंगे।
दर्दे दिल की दवा नहीं होती,
फ़लसफ़ा ये ही सब सुना देंगे।
बन न पाए हैं जो कभी इंसां,
वो किसी को खुदा बना देंगे।
वो गरीबी हटा नहीं पाए,
वो गरीबों को ही हटा देंगे।
उनको सत्ता ही चाहिए यारो,
हिंदू मुस्लिम सभी लड़ा देंगे।
ये जो गुस्ताखियां तुम्हारी हैं,
दंड इसका तुम्हें युवा देंगे।
हम तो प्रेमी हैं प्यार करते हैं,
प्यार से ही मज़ा चखा देंगे।
………,✍️ प्रेमी