डर सा जाता है
कितने
एहसास हैं
तेरे दिल में
देख कर दिल
ये डर सा जाता है
खो दूं तुझको
कहीं न मैं पाकर
सोच कर दिल
ये डर सा जाता है ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद
कितने
एहसास हैं
तेरे दिल में
देख कर दिल
ये डर सा जाता है
खो दूं तुझको
कहीं न मैं पाकर
सोच कर दिल
ये डर सा जाता है ।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद