Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jun 2024 · 1 min read

डर लगता है।

डर लगता है अपने विचार लिखने से,
सच लिखा तो अपने ही दूर हो जायेंगे,
झूठ लिखा तो हम खुद से नजरे न मिला पाएंगे।

✍️लक्ष्मी वर्मा ‘ प्रतीक्षा’

60 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
🌹 इस्लाम  ने  मोहब्बत  का  पैगा़म दिया  है  ।
🌹 इस्लाम ने मोहब्बत का पैगा़म दिया है ।
Neelofar Khan
आगे हमेशा बढ़ें हम
आगे हमेशा बढ़ें हम
surenderpal vaidya
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
ख्याल तुम्हारा आता है जब रात ये आधी लगती है*
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
🌹🙏🌹🙏🌹🙏🌹
Dr .Shweta sood 'Madhu'
"आखिरी निशानी"
Dr. Kishan tandon kranti
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
सत्य कभी निरभ्र नभ-सा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
तुमसे करता हूँ मोहब्बत मैं जैसी
gurudeenverma198
जिन्दगी तेरे लिये
जिन्दगी तेरे लिये
पूनम कुमारी (आगाज ए दिल)
मां
मां
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
धर्म खतरे में है.. का अर्थ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
हे छंद महालय के स्वामी, हम पर कृपा करो।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
तमाशा जिंदगी का हुआ,
तमाशा जिंदगी का हुआ,
शेखर सिंह
ऋतुराज
ऋतुराज
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
ठंड से काँपते ठिठुरते हुए
Shweta Soni
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
हमारी लंबी उम्र जितिया करने वाली से होती है, करवा चौथ करने व
Sandeep Kumar
इश्क
इश्क
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
कहें किसे क्या आजकल, सब मर्जी के मीत ।
sushil sarna
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
मौत से बढकर अगर कुछ है तो वह जिलद भरी जिंदगी है ll
Ranjeet kumar patre
छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं
छोटे भाई को चालीस साल बाद भी कुंडलियां कंठस्थ रहीं
Ravi Prakash
पुरुष प्रधान समाज को गालियां देते हैं
पुरुष प्रधान समाज को गालियां देते हैं
Sonam Puneet Dubey
*An Awakening*
*An Awakening*
Poonam Matia
मुझे बिखरने मत देना
मुझे बिखरने मत देना
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
भजन- कावड़ लेने आया
भजन- कावड़ लेने आया
अरविंद भारद्वाज
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
मुझे अकेले ही चलने दो ,यह है मेरा सफर
कवि दीपक बवेजा
दुआ को असर चाहिए।
दुआ को असर चाहिए।
Taj Mohammad
आज मेरिट मजाक है;
आज मेरिट मजाक है;
पंकज कुमार कर्ण
हुनर का नर गायब हो तो हुनर खाक हो जाये।
हुनर का नर गायब हो तो हुनर खाक हो जाये।
Vijay kumar Pandey
इक ऐसे शख़्स को
इक ऐसे शख़्स को
हिमांशु Kulshrestha
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
3605.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
#प्रसंगवश
#प्रसंगवश
*प्रणय प्रभात*
Loading...