डरों नहीं लड़ो
डरों नहीं लड़ो
डरो नहीं लडो
डरो गे तो वहीं रह जाओगे
लड़ोगे तो आगे बढ़ जाओगे
हर समस्या का होगा तभी समाधान,जब डर कर नहीं
लड़कर करोगे सामना
डर इंसान के अंदर भय बैठा देता है,ओर लड़ाई इंसान के अंदर
हिम्मत जगा देता है।
इसलिए डरो नहीं लड़ो
जो होगा देखा जायेगा
डरकर नहीं डटकर करो सामना
हिम्मत अपने आप जाग जाएगा
यदि डर कर नहीं डटकर करोगे सामना।
ये डर पल पल इंसान को सताती है
इसलिए निकाल फेको इस डर को।
खुद देख लोगे कितना आगे बढ़ गए आप।।
रहने दो जो आपसे ताकतवर है।
आपके पास जितनी शक्ति है
उसमे हो दिखाओ दम
क्यूंकि चिटी भी निकाल दिया
हाथो का दम।
कछुए ने भी दी खरगोश की
चाल को मात
इसलिए डरो नहीं लड़ो।
दीपाली कालरा