डमरू घनाक्षरी
इस घनाक्षरी छंद के प्रत्येक चरण में कुल 32 वर्ण होते हैं तथा 8,8,8,8 वर्णों पर यति का विधान है। इस घनाक्षरी की विशेषता यह है कि इसमें प्रयुक्त किए गए सभी शब्द बिना मात्रिक होते हैं।
उदाहरण-
पवन परस तन,मचलत हर मन,
बहकत चहकत,मनमथ वश सब।
नयन मदन मद,अधर अनघमय,
लगत वचन तव,सकल जगत रब।
डगमग डगमग,धरत रहत पग,
लचकत मटकत,कमर चलत जब।
डगर नगर हर,चहत रहत सब,
दरस हरस वर,पनघट पर कब।।
डाॅ बिपिन पाण्डेय