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1 Jul 2023 · 1 min read

*ठेला (बाल कविता)*

ठेला (बाल कविता)

बाजारों की शोभा ठेला
बिकता इस पर आलू-केला
मूॅंगफली ठेले पर आई
चाट-पकौड़ी सब ने खाई
हाथों से है इसे चलाते
दिन भर लिए घूमते जाते

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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