” ठूँठ गाछ..हरिया गेल “
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
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अद्भुत यंत्रक समावेश वस्तुतः हमरालोकनि कें नव स्फूर्ति प्रदान केलक ! पहिने ओझरायल रहैत छलहूँ ! नेना भुटका लोकनि एहि यन्त्र कें अप्पन करेज सं सटोओने रहैत छलाह ! एहि यंत्रक महिमा सं अनभिज्ञ रहि ! नव यंत्रक विधा मोबाइल टेलीफ़ोन सं त लागल रहि ! कदाचित जे कियो कहैत छलाह -” बाबा …आहूँ सीख लिय…
बड काजक चीज छैक !..
…..आहां सम्पूर्ण विश्व सं जुडी जायब !
…….नव नव मित्र लोकनि आहांक बनि जेताह !
………इन्टरनेट एकटा बरदान हमरा लोकनि कें भेटल अछि !”
एहिना बउआ हमरा दिव्य ज्ञान दय़ रहल छलाह आ हम गांडीवधारी अर्जुन बनल गीता सार बुझु ल रहल छलहूँ ! हमर अंतरात्मा हमर बउआ झकझोरि देलनि ! कनि-कनि मन मे आभास भेल ! …..ठूँठ गाछ भेलहुँ त भेलहुँ ..यत्न आ साधना सं पुनः वसंतक मलिन हिलकोरि आबि सकैत अछि !….. हमर उत्साह आ सीखबाक प्रवृति देखि हमर बालक हमरा लेल “डेस्कटॉप “आनि हमरा शिक्षित केलनि ! हमर पुत्री हमरा जन्म दिनक उपलक्ष मे एकटा “लैपटॉप “देलनि ! पुत्र हमर लगन देखि हमरा एकटा नीक मोबइल टेलीफ़ोन देलनि ! …….इएह बालक लोकनि हमर द्रोणाचार्य गुरु भेलाह आ हम धनुर्धारी अश्त्रसुज्जजित अर्जुन भेलहुँ !
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डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
साउंड हेल्थ क्लिनिक
डॉक्टर’स लेन
दुमका
झारखंड
भारत