ठुकराना ही था
मेरी मोहब्बत को ठुकराना ही था
उसे तो मेरा दिल दुखाना ही था
तेरी बेवफ़ाई एक नयी बात थी
बाक़ी अपना क़िस्सा पुराना ही था
तुमसे दिल लगाकर पछताया नही
यह जोखिम तो मुझे उठाना ही था
तेरे झूठ के सारे पर्दे अब हट गए
आख़िर सच सामने आना ही था
शुक्र है तुम्हें दुनिया समझ आ गयी
मैं तो दीवाना हूँ और दीवाना ही था
अब तुमने भी अदावत शुरू कर दी
पहले तो दुश्मन यह ज़माना ही था
एक और आशिक़ तबाह हो गया ‘अर्श’
मोहब्बत का परचम तो लहराना ही था