ठीक नही आसार
भीतर घाती कर रहे,छिप-छिपकर नित वार ।
हाल बुरा है देश का, ……ठीक नहीं आसार ।।
भारत माँ को हो रहा,इसका बड़ा मलाल !
छुरा घोंपते पीठ पर उसके ही कुछ लाल !!
रमेश शर्मा.
भीतर घाती कर रहे,छिप-छिपकर नित वार ।
हाल बुरा है देश का, ……ठीक नहीं आसार ।।
भारत माँ को हो रहा,इसका बड़ा मलाल !
छुरा घोंपते पीठ पर उसके ही कुछ लाल !!
रमेश शर्मा.