ठीक नहीं
हाले दिल सभी को सुनाना ठीक नहीं
हां मगर दोस्तों से छुपाना ठीक नहीं
इतनी शिद्दत से याद आना ठीक नहीं
मासूम दिल पे सितम ढाना ठीक नहीं
ग़म ए जुदाई मे हम कहीं मर जाएं न
दिल इस तरह तोड़ के जाना ठीक नहीं
वक्त बेवक्त घर से तन्हा न निकला करो
एहतियात रखा करो ज़माना ठीक नहीं