ठंड को मजा
ठंड पड़ी है भारी मालिक तनक हमारी सुन लो तुम
ऐक दिना अपनी महफिल में मंहगाई पर गुन लो तुम
जा बा की पे काय थोप रये, खुद अपनी भी देखो तुम
बाहर की तुम काय सेंक रये,अब अंदर की सेंको तुम
जो भी कर दआे वो भी कर दओ अब का करने वाले हो
हमे लगत है सब धर्मो को आप बांटने वाले हो