*ट्रक का ज्ञान*
ट्रक का ज्ञान
हो रही थी कॉलेज की देर,
सरपट स्कूटी दौड़ाई।
सुबह उठकर भी कॉलेज,
जल्दी पहुंच न पाई।
जबरदस्त गर्मी संग,
रास्ते में भीड़ और पाई।
रेलवे ट्रैक बंद था,
ऊपर से आगे
ट्रक भारी-भरकम था।
देर में हुई और देरी
यह क्या कम था।
अचानक पड़ी नज़र
ट्रक के पीछे लिखी
प्लेट पर।
लिखा था-
धीरे-धीरे चलोगे तो
बार-बार मिलोगे,
तेज़ चलोगे तो
हरिद्वार मिलोगे।
यह देख मैं
मन ही मन मुस्काई।
पढ़ कर यह लाइनें
आहिस्ता से ही,
अपनी स्कूटी आगे
बढा़ई।
शुक्रिया किया उस
ट्रक वाले का,
जिसने अपने
ट्रक के पीछे
यह जागरूकता युक्त
अच्छी बात थी
लिखवाई।
डॉ प्रिया।
अयोध्या।