टूटे रिश्तो कि वजह जमाना मुझे कहता है,,
टूटे रिश्तो कि वजह जमाना मुझे कहता है
क्या उन्हे पता है कि मेरे घर का आईना क्या कहता है
तब किसी ने कुछ नही कहा
जब हम रात दिन जी हजुरी किया करते थे
सिर्फ दूसरों के लिए जिया करते थे
और आज जब हम अपने लिए सोचने लगे
अपने लिए थोड़ा जीने लगे
तो दुसरो की नजरो में हम बेवजह चुभने लगे
गेर तो गेर अब अपने भी हमे
टूटे रिश्तो की वजह समझने लगे
क्या अपने लिए थोड़ा जीना गलत है
अगर नही तो टूटे रिश्तो की वजह जमाना
मुझे क्यू कहता है, मेरे घर का आईना तो कुछ और कहता है
यू तो अब हमने मुस्कराना सीख लिया है
जमाने कि नही अपने दिल की सुनना सीख लिया है,,,,,,