Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
12 May 2021 · 1 min read

टूटे नहीं है सपने __ कविता

सपने तो बहुत ,
देख रहा था मैं,
भविष्य सुंदर बनाऊंगा।
चांद या मंगल पर जाकर,
आशियाना सजाऊंगा।।
टूटे नहीं है सपने,
वक्त ने फिलहाल,
उनमें कुछ विराम
जरूर लगा दिया है।
मिट जाएगा यह अवरोध,
हे विश्वास मुझे,
सपने अधूरे,
एक दिन पूरे कर पाऊंगा।।
सपने आपके अपने
भी होंगे,
सबके ही होते है।
होना न निराश,
मै आपके सपने,
पूरे होते
देखना चाहूंगा।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
3 Likes · 4 Comments · 302 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
**पी कर  मय महका कोरा मन***
**पी कर मय महका कोरा मन***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"सूदखोरी"
Dr. Kishan tandon kranti
नेता की रैली
नेता की रैली
Punam Pande
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
लेती है मेरा इम्तिहान ,कैसे देखिए
Shweta Soni
बुरा समय था
बुरा समय था
Swami Ganganiya
जिंदगी तूने  ख्वाब दिखाकर
जिंदगी तूने ख्वाब दिखाकर
goutam shaw
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
“दुमका दर्पण” (संस्मरण -प्राइमेरी स्कूल-1958)
DrLakshman Jha Parimal
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
संजय सनातन की कविता संग्रह गुल्लक
Paras Nath Jha
****शिरोमणि****
****शिरोमणि****
प्रेमदास वसु सुरेखा
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
माथे पर दुपट्टा लबों पे मुस्कान रखती है
Keshav kishor Kumar
भ्रम
भ्रम
Shiva Awasthi
ऐसा कभी नही होगा
ऐसा कभी नही होगा
gurudeenverma198
15)”शिक्षक”
15)”शिक्षक”
Sapna Arora
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
*पद्म विभूषण स्वर्गीय गुलाम मुस्तफा खान साहब से दो मुलाकातें*
Ravi Prakash
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
"अपने ही इस देश में,
*Author प्रणय प्रभात*
शायरी संग्रह
शायरी संग्रह
श्याम सिंह बिष्ट
कोई भी
कोई भी
Dr fauzia Naseem shad
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
पिनाक धनु को तोड़ कर,
पिनाक धनु को तोड़ कर,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
"भक्त नरहरि सोनार"
Pravesh Shinde
बाबुल का आंगन
बाबुल का आंगन
Mukesh Kumar Sonkar
"वादा" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
सत्ता परिवर्तन
सत्ता परिवर्तन
Bodhisatva kastooriya
Mathematics Introduction .
Mathematics Introduction .
Nishant prakhar
जीवन
जीवन
Monika Verma
नया दिन
नया दिन
Vandna Thakur
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
मंजर जो भी देखा था कभी सपनों में हमने
कवि दीपक बवेजा
Loading...