Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2024 · 1 min read

टूटे अरमान

टूटे अरमान ये कहने लगे।
हिम्मत नही इसलिए सहने लगे।

जरा सी चोट लगी आंसू बहने लगे।
पत्थर थे कि वो कब डहने लगे।।

गुजारिश थी कि मेरे हाल पर छोड़ दो।
थी जो बंदिशे आज उन्हे तोड़ दो।।

पर मंजूर ये सब हालातों को ना था।
उजड़ी बस्ती के जज्बातों को ना था।।

दौर को आज दौर ने ही छीन लिया।
इंसान को इंसान ने ही कमजोर किया।।

Language: Hindi
27 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जमाने में
जमाने में
manjula chauhan
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
" करवा चौथ वाली मेहंदी "
Dr Meenu Poonia
********* कुछ पता नहीं *******
********* कुछ पता नहीं *******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भारत हमारा
भारत हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
मन चंगा तो कठौती में गंगा / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
रमेशराज के मौसमविशेष के बालगीत
कवि रमेशराज
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
Dr Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
मेरे दिल के मन मंदिर में , आओ साईं बस जाओ मेरे साईं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
जरूरी नहीं जिसका चेहरा खूबसूरत हो
Ranjeet kumar patre
होते फलित यदि शाप प्यारे
होते फलित यदि शाप प्यारे
Suryakant Dwivedi
परिस्थितियॉं बदल गईं ( लघु कथा)
परिस्थितियॉं बदल गईं ( लघु कथा)
Ravi Prakash
ज़िंदगी फिर भी हमें
ज़िंदगी फिर भी हमें
Dr fauzia Naseem shad
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
शिक्षक दिवस पर गुरुवृंद जनों को समर्पित
Lokesh Sharma
माँ बाप खजाना जीवन का
माँ बाप खजाना जीवन का
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
"हँसी"
Dr. Kishan tandon kranti
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
सुनबऽ त हँसबऽ तू बहुते इयार
आकाश महेशपुरी
बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन।
बाट तुम्हारी जोहती, कबसे मैं बेचैन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
सच का सच
सच का सच
डॉ० रोहित कौशिक
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
ग़ज़ल _ मिले जब भी यारों , तो हँसते रहे हैं,
Neelofar Khan
खोखला वर्तमान
खोखला वर्तमान
Mahender Singh
बेटी की शादी
बेटी की शादी
विजय कुमार अग्रवाल
"प्यार का रोग"
Pushpraj Anant
छोटी सी दुनिया
छोटी सी दुनिया
shabina. Naaz
2390.पूर्णिका
2390.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
जिस बाग में बैठा वहां पे तितलियां मिली
कृष्णकांत गुर्जर
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
माँ का आँचल जिस दिन मुझसे छूट गया
Shweta Soni
"" *माँ सरस्वती* ""
सुनीलानंद महंत
*******खुशी*********
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
प्रीत
प्रीत
Mahesh Tiwari 'Ayan'
Loading...