टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
हर पहर जिंदगी को न विराम दो,
ये अनसुलझी पहेली है ज़िन्दगी,
ना समझे इसे तो अभिराम दो…
पर सच कहूं यारो तो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो।
@सुनील माहेश्वरी
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो,
हर पहर जिंदगी को न विराम दो,
ये अनसुलझी पहेली है ज़िन्दगी,
ना समझे इसे तो अभिराम दो…
पर सच कहूं यारो तो,
टूटी ख्वाहिश को थोड़ी रफ्तार दो।
@सुनील माहेश्वरी