*टमाटर (बाल कविता)*
टमाटर (बाल कविता)
गोल टमाटर लाल-लाल है
सुंदरता में बेमिसाल है
गाल लाल खाकर हो जाते
मुखड़े को खाकर चमकाते
हर भोजन का स्वाद बढ़ाता
सब्जी में यह डाला जाता
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 999761 5451