Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jun 2023 · 1 min read

टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से, टमाटर नही मेरा दिल है…

मेरी कलम से…
आनन्द कुमार

टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से,
टमाटर नही मेरा दिल है,
प्रियतम मेरे तुम मुझको लिखना,
क्या यह तुम्हारे काबिल है,
प्यार छिपा है टमाटर में इतना,
जितने धनिया में सोया,
चुम ही लेता हाथ तुम्हारा,
पास जो तुम मेरे होती,
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से,
टमाटर नही मेरा दिल है,
नींद तुम्हें तो आती होगी,
जो तुमने देखा टमाटर का सपना,
आँख खुली तो तन्हाई थी,
टमाटर हो न सका अपना,
महंगाई हम दूर करेंगे,
ले आओ तुम मेरी सरकार,
प्रीत लगाके भूल न जाना,
प्रीत तुम्हीं ने सिखलाई,
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से,
टमाटर नही मेरा दिल है,
टमाटर से मन भरता ही नहीं,
जब सस्ता हो तो चैन मिले,
महंगाई मेरे देश से दूर भागे,
कोई तो ऐसी रैन मिले,
टमाटर, अदरक और लहसुन,
कैसे हो सस्ता है कोई उपाय लिख दो,
उम्मीद लगाए बैठे हैं हम,
कब सस्ता होंगे यह लिख दो,
टमाटर तुझे भेजा है कोरियर से,
टमाटर नही मेरा दिल है…

275 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
शुरू करते हैं फिर से मोहब्बत,
Jitendra Chhonkar
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
सरहद सीमा मातृभूमि का🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
मजबूरियां रात को देर तक जगाती है ,
Ranjeet kumar patre
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
"समय का मूल्य"
Yogendra Chaturwedi
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
मैंने उनको थोड़ी सी खुशी क्या दी...
ruby kumari
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
पूर्वार्थ
"जो सब ने कहा, जो जग ने कहा, वो आपने भी दोहरा दिया तो क्या ख
*प्रणय*
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखने वाले हैं अद्भुत योगी
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
3104.*पूर्णिका*
3104.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुक्तक
मुक्तक
Sonam Puneet Dubey
Pyaaar likhun ya  naam likhun,
Pyaaar likhun ya naam likhun,
Rishabh Mishra
झूठा तन का आवरण,
झूठा तन का आवरण,
sushil sarna
यादों के बादल
यादों के बादल
singh kunwar sarvendra vikram
"उल्लू"
Dr. Kishan tandon kranti
उत्तर
उत्तर
Dr.Priya Soni Khare
गौरवशाली भारत
गौरवशाली भारत
Shaily
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
Ashwini sharma
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
*सुबह हुई तो सबसे पहले, पढ़ते हम अखबार हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दहेज.... हमारी जरूरत
दहेज.... हमारी जरूरत
Neeraj Agarwal
भारत हमारा
भारत हमारा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
मैं 🦾गौरव हूं देश 🇮🇳🇮🇳🇮🇳का
मैं 🦾गौरव हूं देश 🇮🇳🇮🇳🇮🇳का
डॉ० रोहित कौशिक
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
आओ लौट चले
आओ लौट चले
Dr. Mahesh Kumawat
“हम हो गए दीवाने”
“हम हो गए दीवाने”
DrLakshman Jha Parimal
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
आखिरी मोहब्बत
आखिरी मोहब्बत
Shivkumar barman
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
Mohan Pandey
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
शुभ गगन-सम शांतिरूपी अंश हिंदुस्तान का
Pt. Brajesh Kumar Nayak
Loading...