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5 Aug 2024 · 1 min read

झूलें नंदकिशोर

हरियाली लेकर पुन:, आया सावन मास ।
सखियाँ झूला झूलतीं,मन मे भर उल्लास ।।

यही सोच कर जोड़ती, सावन मे प्रभु हाथ ।
झूलें झूला झूमकर,… . प्रियतम मेरे साथ ।।

झूलें झूला संग मे,….. यूँ मेरे चितचोर ।
ज्यों राधा के साथ मे,झूलें नन्दकिशोर ।।
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 84 Views

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