झूमता दिल
झूमता दिल
दिल करता है कि झूमता जाए
हसीं वादियों में मस्त लहराये ।
न कोई चुभन हो न कोई उलझन
बस पास बैठे हो सनम मेरे हरदम।
ये धरती गगन, लहलहाता पवन
जीवन का ये जशन फूलों का समागम ।
ना हो किसी को किसी की कमी
खुशनमा रहे हरजहां का मौसम ।
हर तरफ उम्मीद की इक किरण हो
इंसान को इंसान की चाहत हो।
ना झगड़ा किसी से , ना मन ही मलिन हो
इक दूसरे से खुशी से मिलन हो।