झूठ
झूठे जन पर कीजिए, कभी नहीं विश्वास ।
जीवन भर सदा चुभते, बनकर वो जन फाँस ।।१
कभी न तुम फैलाइए, जो होती अफवाह ।
ऐसी खबरें देश को, करती सदा तबाह ।।२
झूठ बड़ा ही तेज हैं, झट फैले चहुँओर ।
सत्य और नेकी करती, कभी नहीं है शोर ।।३
झूठ चले नहीं सब दिन, खुल जाता है भेद ।
मिलता नहीं समय कभी,फिर करने को खेद ।।४
सत्य राह कठिन लगती,झूठ राह आसान ।
सत्य राह देती हमें, जीवन भर सम्मान ।।५