मुक्तक
झूठा प्यार नहीं, इंसान होता हैं
जो रूठे नहीं, वह भगवान होता हैं
उपवन के हँसी में, वह माली महान होता हैं
खोजता मिट्टी में खुश्बू,वह भारतीय किसान होता हैं
नवनीत पाण्डेय “चंकी”
झूठा प्यार नहीं, इंसान होता हैं
जो रूठे नहीं, वह भगवान होता हैं
उपवन के हँसी में, वह माली महान होता हैं
खोजता मिट्टी में खुश्बू,वह भारतीय किसान होता हैं
नवनीत पाण्डेय “चंकी”