झिझिया
झिझिया
डगहर के झिझिया निमन न लगैय।
अनपढ़ गंवार गरीब नचैय।१।
बिना साज बाज, बिना ताल नचैय।
डिबिया के तेल लेल पैसा मंगैय।२।
डगहर के झिझिया में भक्ति भाव रहै हैय।
शिक्षा के प्रसार से झिझिया खतम होय।३।
फिल्म मंच के झिझिया निमन लगैय।
पढल इलिट धनिक नचैय।४।
साज बाज के संग,ताल पर नचैय।
डिबिया के तेल लेल निवेश होय।५।
हाल के झिझिया में नाच गाना रहे हैय।
शिक्षा के व्यापार रामा, झिझिया मनोरंजन करैत हैय।६।
स्वरचित@सर्वाधिकार रचनाकाराधीन।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सीतामढ़ी।