‘ जज़्बा ‘
दुहिता – सुता
निर्बल असंभव
जज़्बा बड़ा ,
मर्दिनी – दुर्गा
हे भवानी – कुमारी
विजयी भव ।
स्वरचित , मौलिक एवं अप्रकाशित
( ममता सिंह देवा , 20/02/2021 )
दुहिता – सुता
निर्बल असंभव
जज़्बा बड़ा ,
मर्दिनी – दुर्गा
हे भवानी – कुमारी
विजयी भव ।
स्वरचित , मौलिक एवं अप्रकाशित
( ममता सिंह देवा , 20/02/2021 )