Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Dec 2023 · 2 min read

ज्यादा सोचना बंद करो

ज्यादा सोचना बंद करो

ज्यादा सोचना बंद करो,
सब कुछ तुम नियंत्रित नहीं कर सकते,
कुछ बातों को जाने देने में भलाई है,
कुछ बातों को वक्त पर छोड़ देना अच्छा है,
अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए।

ज़्यादा सोचना तुम्हारे लिए नुकसानदायक है,
यह तुम्हारे मन को अशांत कर देता है,
यह तुम्हारे शरीर को थका देता है,
यह तुम्हारी नींद में खलल डालता है,
यह तुम्हारे जीवन का आनंद लेना मुश्किल बना देता है।

इसलिए, ज्यादा सोचना बंद करो,
और अपने जीवन का आनंद लो,
हर पल को जियो,
और हर पल से सीखो,
अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए।

कुछ बातों को जाने दो
कुछ बातें ऐसी होती हैं,जिन्हें हम बदल नहीं सकते,
इसलिए, उन बातों को जाने दो,
और अपना ध्यान उन चीजों पर केंद्रित करो,
जिन्हें तुम बदल सकते हो।

कुछ बातें ऐसी होती हैं,जिन्हें हम नियंत्रित नहीं कर सकते,इसलिए, उन बातों को छोड़ दो,
और अपना ध्यान अपने जीवन पर केंद्रित करो।

कुछ बातें ऐसी होती हैं,जिन्हें हम बदलना नहीं चाहते,
इसलिए, उन बातों को स्वीकार करो,
और अपने जीवन में आगे बढ़ो।

वक्त पर छोड़ दो
कुछ बातें ऐसी होती हैं,जिन्हें हमें वक्त पर छोड़ देना चाहिए,क्योंकि, वे हमारे लिए हानिकारक होती हैं।

कुछ बातें ऐसी होती हैं,जो हमें आगे बढ़ने से रोकती हैं,
इसलिए, उन्हें वक्त पर छोड़ देना चाहिए,
और अपने जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।

कुछ बातें ऐसी होती हैं,जो हमें दुखी करती हैं,
इसलिए, उन्हें वक्त पर छोड़ देना चाहिए,
और अपने जीवन में खुशी लानी चाहिए।

अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए
ज्यादा सोचना,कुछ बातों को न जाने देना,
और कुछ बातों को वक्त पर न छोड़ना,
यह सब हमारे मानसिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

इसलिए, इन आदतों से छुटकारा पाना चाहिए,
और अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।

अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए,
नियमित रूप से व्यायाम करें,
पर्याप्त नींद लें,स्वस्थ आहार लें,
नकारात्मक लोगों से दूर रहें,और सकारात्मक विचार रखें।

अपने मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना,
हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

62 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

शेर
शेर
Abhishek Soni
मुक्तक
मुक्तक
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
" कविता "
Dr. Kishan tandon kranti
चंचल मन***चंचल मन***
चंचल मन***चंचल मन***
Dinesh Kumar Gangwar
उड़ने दे मुझे
उड़ने दे मुझे
सोनू हंस
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
अति सर्वत्र वर्जयेत्
अति सर्वत्र वर्जयेत्
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
मानव का मिजाज़
मानव का मिजाज़
डॉ. एकान्त नेगी
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
प्यासा के कुंडलियां (विजय कुमार पाण्डेय 'प्यासा')
Vijay kumar Pandey
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
जीवन में प्रेम और ध्यान को मित्र बनाएं तभी आप सत्य से परिचित
Ravikesh Jha
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मैं देर करती नहीं……… देर हो जाती है।
मैं देर करती नहीं……… देर हो जाती है।
MEENU SHARMA
ख़ामोश
ख़ामोश
अंकित आजाद गुप्ता
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
ज्योति : रामपुर उत्तर प्रदेश का सर्वप्रथम हिंदी साप्ताहिक
Ravi Prakash
दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
तू है तसुव्वर में तो ए खुदा !
ओनिका सेतिया 'अनु '
कुछ नया लिखना है आज
कुछ नया लिखना है आज
करन ''केसरा''
So True...
So True...
पूर्वार्थ
मेरी राह
मेरी राह
Shekhar Deshmukh
चलने का नाम ज़िंदगी है
चलने का नाम ज़िंदगी है
Sonam Puneet Dubey
2 जून की रोटी.......एक महत्व
2 जून की रोटी.......एक महत्व
Neeraj Agarwal
**दुल्हन नई नवेली है**
**दुल्हन नई नवेली है**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ना कहीं के हैं हम - ना कहीं के हैं हम
ना कहीं के हैं हम - ना कहीं के हैं हम
Basant Bhagawan Roy
ख्वाब उसका पूरा नहीं हुआ
ख्वाब उसका पूरा नहीं हुआ
gurudeenverma198
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
🙅भोलू भड़ासी कहिन🙅
*प्रणय*
दिल के अरमान
दिल के अरमान
Sudhir srivastava
बस यूँ ही...
बस यूँ ही...
Neelam Sharma
तू जो कहती प्यार से मैं खुशी खुशी कर जाता
तू जो कहती प्यार से मैं खुशी खुशी कर जाता
Kumar lalit
मुकादमा चल रहा है अब मेरा
मुकादमा चल रहा है अब मेरा
shabina. Naaz
नारी के हर रूप को
नारी के हर रूप को
Dr fauzia Naseem shad
Loading...