ज्ञान से बड़ा, दोस्त न कोई l
ज्ञान से बड़ा, दोस्त न कोई l
इससे बड़ी, सौगात न कोई ll
ज्ञान अज्ञान को, सहज समझे l
अज्ञान ज्ञान बिना, क्या समझे ll
अज्ञान से बड़ी, आफत न कोई l
बल ओ क्रोध, दिक्कत है लाये ll
दोलत चिंता चित्त, बस लाये l
रूप, इज्जत पे खतरा लाये l
ये सभी घमंड आदत लाये ll
ज्ञान से, सत्य आदत न कोई l
ज्ञान से शायद, घात न कोई l
ज्ञानी से बड़ी, जात न कोई ll
ज्ञान से, बहतर भोग न कोई l
ज्ञान से, बहतर योग न कोई ll
ज्ञान से. सत्य आदत न कोई l
ज्ञान से बड़ा दोस्त न कोई l
इससे बड़ी सौगात न कोई ll
अरविन्द व्यास “प्यास:
व्योमत्न