ज्ञान क्या है ?
ज्ञान सीमित नहीं किताबों तक
ना ही है सीमाओं में बंधा
बच्चे का पहला अक्षर है ज्ञान
ज्ञान नहीं है अक्षरों की पहचान
ज्ञान है दिव्य हो जाना भीतर से
इस दुनिया को पहचान पाना भीतर से
ज्ञान है धारण करना मानवता को
मनुष्यता को
सर्वोपरि समझना इंसान को
गर मनुष्य मनुष्यता ना अपना सके
तो व्यर्थ है सारा ज्ञान, सारा विज्ञान