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19 Jun 2022 · 1 min read

*जो हुकुम सरकार (गीतिका)*

जो हुकुम सरकार (गीतिका)
—————————————-
(1)
जो हुकुम सरकार ,सिर-माथे तुम्हारा
कार्यकर्ता आपका बॅंधुआ बेचारा
(2)
आपको पद मिल गया अर्थात कुर्सी
आपकी पद-रज हमारा बस सहारा
(3)
फिर सजेंगे मंच, माइक और बैनर
हाथ में माला सॅंभाले हम दोबारा
(4)
सुन रहे हैं डील कुछ भारी हुई है
आपने सौदा किया ऐसे हमारा
(5)
बेटे-बहू-पत्नी चुनावों में खड़े
कार्यकर्ता को लगाना सिर्फ नारा
————————————–
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 9997615451

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