जो व्यर्थ गया खाली खाली,अब भरने की तैयारी है
२१बीं सदी का बर्ष २२बां,सादर तुम्हें विदाई
दस्तक दे रहा बर्ष २३बां,मिलन की बेला आई
जंवा हो गई सदी, अब बचपन वीत गया है
आ गया काम का समय, अल्हड़ पन रीत गया है
जो बीत गया सो बीत गया,जो रीत गया सो रीत गया
जो गया व्यर्थ खाली खाली, भरने की तैयारी है
कुछ काम करें प्यारे प्यारे, नया कैलेंडर जारी है
नई उमंगें नई आशाएं, खेलना नई नवेली पारी है
खालीपन न हो जीवन में, खाली भरने की तैयारी है
भूल जाएं पिछले दुख सुख, पूरी नई साल तुम्हारी है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी