जो विष को पीना जाने
जो विष को पीना जाने वह ही तो मीरा है।
मूरख के आगे अक्ली की बोली तीरा है।
कड़क वाक् से, सीख ग्रहण कर लेता जो तज ताप।
सहज बने गह ज्ञान वही तो सच्चा हीरा है।
पं बृजेश कुमार नायक
जो विष को पीना जाने वह ही तो मीरा है।
मूरख के आगे अक्ली की बोली तीरा है।
कड़क वाक् से, सीख ग्रहण कर लेता जो तज ताप।
सहज बने गह ज्ञान वही तो सच्चा हीरा है।
पं बृजेश कुमार नायक