जो लिखा उस ने
हर क़रीने से रिश्ता निभाया मैंने,
यही वजह कि धोखा खाया मैंने ।।
मात भी मैं शिद्दत से खाता रहा,
किसी को अपना था बनाया मैंने ।।
मुट्ठी में नहीं होती क़िस्मत अपनी,
जो लिखा उसने, वही पाया मैंने ।।
#हनीफ़_शिकोहाबादी✍️
हर क़रीने से रिश्ता निभाया मैंने,
यही वजह कि धोखा खाया मैंने ।।
मात भी मैं शिद्दत से खाता रहा,
किसी को अपना था बनाया मैंने ।।
मुट्ठी में नहीं होती क़िस्मत अपनी,
जो लिखा उसने, वही पाया मैंने ।।
#हनीफ़_शिकोहाबादी✍️