दोऊ पाटन मा हर कोई पिसेला
जो यार रुठेला
तो साथ छुटेला
जो प्यार करेला
तो यार मिलेला
दोऊ पाटन मा
हर कोई पिसेला
छूटी नौकरिया
तो भूखे मरेला
फोकट पानी मा
ई पकोरे तलेला
बिरहा के दुःख मा
दिल यार जलेला
राम भजो मनवा
सब पार लगेला
ई सच कड़वा बा
तो होंठ सिलेला
थोरा घूमे फिरे
बाजार चलेला
तू जो ना करि दे
तो और पटेला
जो साथी रूठे
तो हाथ मलेला
मालिक के भरोसे
धनहीन पलेला
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