जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
जो मिल ही नही सकता उसकी हम चाहत क्यों करें।
कल की तुम मेरी बन ही नहीं सकती।
तो हम तुमसे बेइंतहा मोहब्बत क्यों करें।
कल को रोना पड़ेगा हम दोनो को।
बिछड़ना पड़ेगा दो दीवानों को।
पर भूल नही पाएंगे हम।
मर कर भी तेरे संग बिताए गए यादों को।
RJ Anand Prajapati