*जो मिला स्वीकार है 【 गीत】*
जो मिला स्वीकार है 【 गीत】
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जिंदगी में जो मिला स्वीकार है
(1)
कुछ सफलताएँ मिलीं, भूले उन्हें
गर्व में पाकर नहीं, झूले उन्हें
चल रहा अपना सहज व्यवहार है
(2)
लोग कुछ दीखे क्षितिज पर छा रहे
लोग कुछ दीखे कि बढ़-बढ़ आ रहे
प्रेरणा का बस यही आधार है
(3)
कुछ परिस्थितियाँ विषम-जैसी घनी
भावना पाई हदय की अनमनी
हर परीक्षा की घड़ी से प्यार है
जिंदगी में जो मिला स्वीकार है
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रचयिता : रवि प्रकाश, बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451