Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 May 2024 · 1 min read

जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं

जो भी आते हैं वो बस तोड़ के चल देते हैं
कैसे समझाऊँ शजर कैसे ये फल देते हैं

ख़ुशबू होती है तो सीने से लगाए रखते
सूख जाएँ तो ये फूलों को मसल देते हैं

मैंने देखा है यहाँ रहते हुए दुनिया में
अपने रहबर ही यहाँ रस्ता बदल देते हैं

होता आया है मिरे साथ में ऐसा अक्सर
टूटते ख़्वाब ही नींदों में ख़लल देते हैं

तुमने बदले में दिया कुछ भी नहीं है मुझको
देने वाले तो मोहब्बत में महल देते हैं

कोई क्या ख़ाक भरोसा ही करे अपनो पर
अपने पैरों से ही अपनो को कुचल देते हैं
~अंसार एटवी

Language: Hindi
97 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
लम्हे पुराने
लम्हे पुराने
मनोज कर्ण
सब कुछ मिले संभव नहीं
सब कुछ मिले संभव नहीं
Dr. Rajeev Jain
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
जिस्मों के चाह रखने वाले मुर्शद ,
शेखर सिंह
शिव वन्दना
शिव वन्दना
Namita Gupta
Don’t ever forget that you can:
Don’t ever forget that you can:
पूर्वार्थ
I want to hug you
I want to hug you
VINOD CHAUHAN
Lines of day
Lines of day
Sampada
सबसे दूर जाकर
सबसे दूर जाकर
Chitra Bisht
dr arun kumar shastri
dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*चलो तिरंगा फहराऍं हम, भारत के अभिमान का (गीत)*
*चलो तिरंगा फहराऍं हम, भारत के अभिमान का (गीत)*
Ravi Prakash
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
सदा दूर रहो गम की परछाइयों से,
Ranjeet kumar patre
कर्म कभी माफ नहीं करता
कर्म कभी माफ नहीं करता
नूरफातिमा खातून नूरी
गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
गम के पीछे ही खुशी है ये खुशी कहने लगी।
सत्य कुमार प्रेमी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Mamta Rani
हमसफ़र
हमसफ़र
अखिलेश 'अखिल'
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
पीपल बाबा बूड़ा बरगद
Dr.Pratibha Prakash
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
माई बेस्ट फ्रैंड ''रौनक''
लक्की सिंह चौहान
M
M
*प्रणय*
वेदना में,हर्ष  में
वेदना में,हर्ष में
Shweta Soni
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
मुस्कुराहट से बड़ी कोई भी चेहरे की सौंदर्यता नही।
Rj Anand Prajapati
*हमारे कन्हैया*
*हमारे कन्हैया*
Dr. Vaishali Verma
गणतंत्र का जश्न
गणतंत्र का जश्न
Kanchan Khanna
" बकरी "
Dr. Kishan tandon kranti
बताओ मैं कौन हूं?
बताओ मैं कौन हूं?
जय लगन कुमार हैप्पी
प्रजा शक्ति
प्रजा शक्ति
Shashi Mahajan
मेरे राम
मेरे राम
Ajay Mishra
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
हिंदीग़ज़ल की गटर-गंगा *रमेशराज
कवि रमेशराज
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
यशोधरा के प्रश्न गौतम बुद्ध से
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अतिथि
अतिथि
surenderpal vaidya
3204.*पूर्णिका*
3204.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...