जो पल तेरे साथ बिताये,वे पल आज भी याद है –आर के रस्तोगी
जो पल तेरे साथ बिताये,वे पल आज भी याद है
बसर कर लूंगी जिन्दगी अब कोई नहीं फरियाद है
भले ही तुम मेरे पास नहीं,वो पल यादो के तो मेरे पास है
अब कोई गिला शिकवा न होगा अब कोई नहीं फरियाद है
धीरे से आना,बदन पर हाथ फिराना सब कुछ मुझे याद है
लब फडफडा रहे,कुछ कह रहे सुनो उनकी क्या फरियाद है
पहली बार मिले थे किसी मोड़ पर वह मोड़ आज भी याद है
मेरी आँखों में आकर देखो,हसरतो की अब क्या फरियाद है
याद होगा गली का पता भले शहर छोड़ दिया अलग बात है
आओ मिलो सजना देर न करो,अब उन गलियो की फ़रियाद है
लिखे जो खत तुमने मुझे,उन खतो के लब्ज आज भी याद है
खतो की स्याही फीकी पड गई जबाबी खतो की कोई फरियाद है
तुम्हारे हाथो से खाना खिलाना,आज भी मुझे सब कुछ याद है
बस एक बार जहर पिला दो मुझे,ये मेरी आखरी फ़रियाद है
भले ही तुम मुझे भूल गये,पर दिल में आज भी तुम्हारी याद है
दिल न तोड़ो अब तुम उसका ये रस्तोगी की तुमसे फरियाद है