जो ना हो पाए जाहिर,तुम्हे दिखाऊ कैसे…
जो ना हो पाए जाहिर,तुम्हे दिखाऊ कैसे,
वर्षो से जो बात दिल में दबी,तुम्हे बताऊ कैसे,
हर पल तुम्हारा ही नाम लिया मैं
अब जज्बात काबू में नहीं,तुम्हे समझाऊ कैसे।
(अवनीश कुमार)
जो ना हो पाए जाहिर,तुम्हे दिखाऊ कैसे,
वर्षो से जो बात दिल में दबी,तुम्हे बताऊ कैसे,
हर पल तुम्हारा ही नाम लिया मैं
अब जज्बात काबू में नहीं,तुम्हे समझाऊ कैसे।
(अवनीश कुमार)