सृजन तेरी कवितायें
जो तू लिखता,
किसके मन को भाती हैं।
सृजन! तेरी कविताएं
क्या क्या गाती हैं?
हंसी ठिठोली करती हैं क्या?
पायल छम छम करती है क्या?
सुत संग जननी की लोरी है
या विरदावलि ही कोरी है?
वीरों की उपमा करती या,
खुद तलवार चलाती हैं?
सृजन तेरी कविताएं
क्या क्या गाती हैं?
मीठे सुर में कोई तराना,
गाया है क्या?
विरह राग सुन किसी का मन मुरझाया है क्या?
परदेसी घर आ सजनी को
हिय से अंग लगाया है क्या?
कभी कभी क्या
मंदिर चल कर जाती हैं?
सृजन तेरी कविताएं
क्या क्या गाती हैं?
सृजन तू क्या दरबारी है या,
कोइ स्वछंद विहारी है क्या?
ईश्वर का मनुहारी है क्या?
लिखता बारी बारी है क्या?
ले बंदूक तेरी कविताएं
क्या सरहद पर जाती हैं?
सृजन तेरी कविताएं
क्या क्या गाती हैं?