जो छलके शराब अपने पैमाने से तो समझना नशा हो गया है
जो छलके शराब अपने पैमाने से तो समझना नशा हो गया है
लेकिन जब तेरे दर्द में भी आंसू न छलके तेरे चाहने वालों का तो समझ लेना तेरे जगमगाते हुए रोशनी में अमावस हो गया है।
RJ Anand prajapati
जो छलके शराब अपने पैमाने से तो समझना नशा हो गया है
लेकिन जब तेरे दर्द में भी आंसू न छलके तेरे चाहने वालों का तो समझ लेना तेरे जगमगाते हुए रोशनी में अमावस हो गया है।
RJ Anand prajapati